प्रशिक्षण
श्रीवल्लभ गोशाला में गोसंरक्षण-संवर्धन के लिए प्राचीन-अर्वाचीन टेक्नोलोजी के पूर्ण अनुभवी व्यक्तिओं के मार्गदर्शन और देखरेख में गोमाता के सुख का पूर्ण विचार करके गोपालन हो रहा है, जिस कार्यपद्धति से गोमाता-गोवंश आनन्दपूर्वक विराज रहे हैं।
गोशाला में उपयोग में ली जाने वाली इस पद्धति के प्रशिक्षण की इच्छा रखने वाला कोई भी गोशाला संचालक अथवा स्वगृह में गोपालन करनेवाले व्यक्तियों को श्रीवल्लभ गोशाला में यथायोग्य मार्गदर्शन दिया जाता है। एतदुपरांत पंचगव्य आधारित खेती और दूध उत्पादन जैसे अनेक कार्यों का सुनिश्चित ओर सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त हो इसके लिए यहाँ समय समय पर विविध प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाता है।